संदेश

ये आँखें हैं जो तुम्हारी ,  किसी ग़ज़ल की तरह खूबसूरत हैं,  कोई पढ़ ले इन्हें अगर इक दफ़ा तो शायर हो जाए ।
वो किसी की खातिर मुझे भूल भी गया तो कोई बात नहीं , हम भी तो भूल गये थे सारा ज़माना उस की खातिर।
तकलीफ हो तो भी मुस्कुरा लेते है आजकल हम, अब तो दर्द ही इस दिल का मरहम्म हो गया है।
आज ना जाने क्यों  'रीना ' का दिल उदास है , इस दिल को आ रही फिर तेरी याद है ।
क्यों हर पल इस दिल को याद आते हो,  रातों को ख्याबों में आकर हमें जगाते हो,  दावा तो करते हो  हमसे इश्क़ करने का,  पर ' रीना' के खामोश लफजों को समझ नहीं पाते हो  ।
लाजवाब है मेरी जिंदगी का फसाना, कोई सीखे मुझसे हर पल मुस्कुराना, पर कोई मेरी हंसी को नजर न लगाना, बहुत दर्द सहकर सीखा है हम ने मुस्कुराना।
किसी भी चीज़ की कमी नहीं है मुझको , फिर भी तबीयत तेरे बगैर उदास रहती है ।
खामोशियों के बादल कुछ इस कदर बरसे, हम उनको और वो हमें देखने को तरसे ।
हमारा अंदाज़ कुछ ऐसा है कि हम रस बरसाते है , मगर जब हम चुप रहते है तोह लोग तरस जाते है ।
दोस्त दिल की हर बात समझ जाया करते हैं ,  सुख दुःख के हर पल में साथ हुआ करते है , दोस्त तो मिला करते है तक़दीर वालो को , मिले ऐसी तक़दीर हर बार हम दुआ करते है।