संदेश

'बातें ' यूँ तो हजारों बातें होती है हमारे बीच रात-दिन, फिर भी 'रीना' की लाखों बातें रह जाती है अनकही । 'Batey ' yu toh hazaro batey hoti hai hamare beech rat -din , Phir bhi 'Reena' ki lakhoo batey reh jati hai ankahi .
'ख्वाब ' यह आँखे ख्वाब देखती है हज़ारों , हर ख्वाब पूरा हो ' रीना ' का जरूरी तो नही । 'Khawab' Yeh aankhe khawab dekhti hai hazaro , Har khawab pura ho 'Reena' ka jaruri toh nahi .
'मुलाकात' आँखों से आँसू छलक जाये, जब आये तेरी याद , दिल को देते है हम तसल्ली, फिर होगी तुमसे कभी मुलाकात ।   'Mulakaat ' Aankho se aansu chalak jaye, jab aaye teri yaad, Dil ko detey hai hum tasali , Fir hogi tumse kabhi mulakaat.
'दिल ' दूर है तो क्या हुआ, दिल के तो तू पास है , मिल ना सके तो क्या हुआ ,मिलने की इक आस तो है । 'DIL' Dur hai toh kya hua , Dil ke toh tu pass hai, Mil na sake toh kya hua , Milne ke ek ass toh hai .
'खुशबू' नजरों से दूर होकर भी तू मेरे दिल के पास है , मेरी रूह में आज भी तेरी खुशबू का एहसास है । 'Khushboo' Najro se dur hokar bhi tu mere dil ke pass hai , Meri ruh mei aaj bhi teri khushboo ka ehsaas hai .
'बेखबर' ओ बेखबर, तुझे कहाँ इस दिल की खबर , तुझे देखे बिना अब कहाँ  'रीना' के दिल को सबर । 'Bekhaber' Oh bekhaber ,tujhe kahan is dil ki khabar, Tujhe dekhe bina ab kahan  'Reena' ke dil ko sabar.
' चाहत ' अजीब सी चाहत है इस दिल की भी,  ' रीना ' तुझे देख कर फिर , देखने को जी चाहता है । ' Chahat ' Ajeeb se chahat hai is dil ke bhi , 'Reena' tujhe dekh kar phir, dekhne ko jee chahta hai .
" नजरों से " नजरों से तो दूर कर लेगी  तुमको , पर दिल से कैसे दूर कर पाएगी ' रीना '। " Najro se " Najro se toh dur kar legi tumko, per Dil se kaise dur karegi tumko 'Reena '
' बरसात ' जब जब भी यह बरसात आती है , तेरी यादों को अपने साथ ले आती है । 'Barsaat' jab jab bhi yeh barsaat aati hai , teri yadoo ko apne sath le aati hai .
'दिल के पास ' दूर है तो क्या हुआ 'रीना ' के दिल के तो तू पास है , मिल ना सके तो क्या हुआ मिलने की इक आस तो है। 'DiL Ke Pass' Dur hai toh kya hua 'REENA' ke dil ke toh tu pass hain, Mil na sake toh kya hua milne ki ek Ass toh hai .