संदेश

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बहुत खास हो तुम मेरे लिए, मगर जिक्र हर बार तुमसे 'रीना ' करे यह ज़रूरी तो नहीं  ।
देखे है जो हमने ख्याब वो तुम बिन सब अधूरे है , पर ज़माने की निगाहों में हम आज भी पूरे है ।
आज फिर यह निगाहें तरस रही  हैं तेरे दीदार को, काश ! कुछ पलों के लिए पंख लग जाये , और उड़ के चली आये 'रीना' तेरे पास !!