संदेश

जून, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
मुलाकात' आँखों से आँसू छलक जाये, जब आये तेरी याद , दिल को देते है हम तसल्ली, फिर होगी तुमसे कभी मुलाकात ।   'Mulakaat ' Aankho se aansu chalak jaye, jab aaye teri yaad, Dil ko detey hai hum tasali , Fir hogi tumse kabhi mulakaat.
खुशबू' नजरों से दूर होकर भी तू मेरे दिल के पास है , मेरी रूह में आज भी तेरी खुशबू का एहसास है । 'Khushboo' Najro se dur hokar bhi tu mere dil ke pass hai , Meri ruh mei aaj bhi teri khushboo ka ehsaas hai .