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अज़नबी

        "   अजनबी " पूछने की मोहल्लत ही नही दी उसने, वो बदलता गया , हम अजनबी होते गये ।

वक्त

           " वक्त " जो तेरे बगैर काटा है वक़्त "रीना" ने उस वक़्त का तुम्हें कैसे हिसाब दूँ ।

वक्त

                " वक्त " तुझ से नहीं तेरे वक्त से नाराज हूँ जो तुझे "रीना" के  लिए कभी मिला ही नहीं ।

दीवाना

          " दीवाना " अजीब सा था वो दीवाना, जो मुझको बदल कर खुद भी बदल गया ।

मशहूर

       " मशहूर " अब तो तेरे शहर में इस कदर मशहूर हो गये हैं हम, हर शख्स पूछता है ' वो कौन है '।

लम्हा

                " लम्हा " इतनी गौर से आज फिर उसने  देखा मुझे,  कि गुजरा हुआ हर लम्हा याद आ गया "रीना" को ।