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चाहत

अजीब सी चाहत है इस दिल की भी,  ' रीना ' तुझे देख कर फिर , देखने को जी चाहता है ।

यादें

 भूल जाये पर "रीना"  किसको  तुमको या तुम्हारी यादों को।

पल

 जब तुम साथ होते हो तो वक़्त पल में गुजर जाता है, और जब दूर होते हो 'रीना' को पल भी घंटों सा लगता है ।

फ़ासले

तेरे मेरे बीच बढ़ रहे है यह जो फासले , यह हमारे नहीं ये तो रब के है "रीना"  फैसले ।

पंसद

 उसकी बातें तो पसंद है ही मुझे , मगर उससे भी ज्यादा " रीना  " को वो ।