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कदर

  कुछ इस कदर अच्छा लगने लगा है तू हमको , कि अच्छे अच्छे भी भूलने लगे है अब तो "रीना" को।

बिछुड़

ये यादें क्यों नही बिछुड़  जाती ,             "रीना" लोग तो पल में बिछुड़ जाते है ।

खुशबू

  " खुशबू"  कुछ लोग खुशबू की तरह होते है "रीना"  रोज महसूस तो होते है  पर दिखाई नहीं देते।