संदेश

चाहत

अजीब सी चाहत है इस दिल की भी,  ' रीना ' तुझे देख कर फिर , देखने को जी चाहता है ।

यादें

 भूल जाये पर "रीना"  किसको  तुमको या तुम्हारी यादों को।

पल

 जब तुम साथ होते हो तो वक़्त पल में गुजर जाता है, और जब दूर होते हो 'रीना' को पल भी घंटों सा लगता है ।

फ़ासले

तेरे मेरे बीच बढ़ रहे है यह जो फासले , यह हमारे नहीं ये तो रब के है "रीना"  फैसले ।

पंसद

 उसकी बातें तो पसंद है ही मुझे , मगर उससे भी ज्यादा " रीना  " को वो । 

ख्याब

 यह आँखे ख्वाब देखती है हज़ारों , हर ख्वाब पूरा हो " रीना "  का जरूरी तो नही ।

निगाहें

  "   निगाहें " जब जब तेरी निग़ाहों से  ये निग़ाहें टकराती हैं , खुदा की कसम ... ' रीना  ' की तो साँसे ही थम जाती हैं ।

पसंद

 लंहगा चोली पर छोटी सी बिंदी पसंद है, " रीना " को अंग्रेजी से ज्यादा हिंदी पसंद है।   

लम्हा

 तुम्हारे एक लम्हें पर भी " रीना  " का हक नही, ना जाने तुम किस हक से मेरे हर लम्हें में शामिल हो।

इंतजार

 जिन्दगी तो जीने के लिए मिली थी  मगर " रीना " ने  तेरे इंतजार में गुजार दी ।