क्यों हर पल इस दिल को याद आते हो,
रातों को ख्याबों में आकर हमें जगाते हो,
दावा तो करते हो हमसे इश्क़ करने का,
पर ' रीना' के खामोश लफजों को समझ नहीं पाते हो ।
रातों को ख्याबों में आकर हमें जगाते हो,
दावा तो करते हो हमसे इश्क़ करने का,
पर ' रीना' के खामोश लफजों को समझ नहीं पाते हो ।
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