'मुलाकात'
पिछले बरस यह तमन्ना थी,
कि तुमसे मुलाकात करें हम ,
अब के बरस यह ख़ौफ़ है ,
कि तुम बिन मर ना जाये हम ।

'Mulakaat '
pechle baras yeh tamana thi,
ki tumse mulakaat kre hum,
Ab ke baras yeh khoof hai ,
Ki tum bin mar na jaye hum .


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