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" खामोशी " काश ! तुम मेरी खामोशी को  पढ़ लेते , तो यूँ " रीना " को इस कदर शायरी ना लिखनी पढ़ती । "KHAMOSHI" Kash ! tum meri khamoshi ko padh letey, Toh yun "REENA" ko Is kader shayri na likhni padhti .
" अच्छा " कुछ इस कदर अच्छा लगने लगा है तू हमको , कि अच्छे अच्छे भी भूलने लगे है अब तो "रीना" को। "AACHA " Kuch is kader aacha lagne laga hai tu hamko, Ki aache aache bhi bhulne lage hai ab toh "REENA" ko .
" ज़माना " जमाना बदले तो कुछ गम नहीं , मगर जो तू बदला तो 'रीना' दुनिया बदल लेगी । " ZAMANA " Zamana badley toh kuch gum nahi , Mager joh tu badla toh duniya badal legi .