अफसाना

 बहुत कुछ सोचा था तुमसे मिलकर बताने को,

पर सुना नही पाये तुमसे हम अपने अफ़साने को,

नजरें भी ना मिला पाये तुमसे तो हम,

"रीना " कहे दिल की बात तो इक तरफ रही सुनाने को।

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