संदेश

" बरसात " जब जब भी "रीना" यह बरसात आती है , तेरी यादों को अपने साथ ले आती है। " BARSAAT " Jab jab bhi "REENA" yeh barsaat aati hai, Teri yadoo ko apne sath le aati hai .
" खता " हमें हमारी खता तो बता दो, इस दूरी की वज़ह तो बता दो , कल तक तो थी "रीना" जान तुम्हारी , यूँ आज भूल जाने  की वजह तो बता दो । "KHATA" Hame hamari khata toh bata toh, Is duri ki vajah toh bata doh, Kal tak toh thi ' REENA' Jaan tumari, Yu aaj bhool jane ki vajah toh bata doh .
" आदत " कैसे बदल दे "रीना " फितरत ये अपनी, उसको तुम्हें सोचते रहने की आदत सी हो गई है । "AADAT " k Kaise badal de ' Reena ' fitrat yeh apni usko tume sochte rehne ke Aadat se ho gyi hai.
" खामोशी " काश ! तुम मेरी खामोशी को  पढ़ लेते , तो यूँ " रीना " को इस कदर शायरी ना लिखनी पढ़ती । "KHAMOSHI" Kash ! tum meri khamoshi ko padh letey, Toh yun "REENA" ko Is kader shayri na likhni padhti .
" अच्छा " कुछ इस कदर अच्छा लगने लगा है तू हमको , कि अच्छे अच्छे भी भूलने लगे है अब तो "रीना" को। "AACHA " Kuch is kader aacha lagne laga hai tu hamko, Ki aache aache bhi bhulne lage hai ab toh "REENA" ko .
" ज़माना " जमाना बदले तो कुछ गम नहीं , मगर जो तू बदला तो 'रीना' दुनिया बदल लेगी । " ZAMANA " Zamana badley toh kuch gum nahi , Mager joh tu badla toh duniya badal legi .
" मुलाकात " बेहद खूबसूरत वो रात होती है , जिस दिन "रीना" की तुमसे मुलाकात होती है । "Mulakat" Behad khoobsurat woh rat hoti hai , Jis din "Reena" ki tumse Mulakat hoti hai .
" फासले " यूँ दिन ब दिन दिलों के फासले कम होते जा रहे हैं, Reena दूर रह कर भी एक दूसरे के पास आ रहे है । "Fasley " Yu din b din dilo ke fasley kum hotey ja rahe hai , " Reena " dur reh kar bhi ek dusre ke pass aa rahe hai .
"जान " भूल जाऊँ तो जी नही सकती , याद आते हो तो" रीना " की  जान निकल जाती है । " JAAN " Bhool jau toh jee nahi sakti , Yaad aate ho toh" REENA " ki jaan nikal jati hai .
" खुशियाँ " आज ज़माने भर की खुशियाँ "न्याय " के नाम कर दूँ , अपनी उम्र तो क्या " रीना " अपनी जान भी आपके नाम कर  दूँ। "Khushiyan" Aaj zamane bhar ke khushiyan "Nyaya" ke naam kar du , Apni umer toh kya "Reena " apni Jaan bhi aapke naam kar du .