संदेश

वक़्त

 वो मांँगतें हैं हमसे वक्त हमारा , पर उनको कैसे बताऊँ कि, ' रीना ' को तो खुद वक्त ने है मारा ।

अफसाना

 बहुत कुछ सोचा था तुमसे मिलकर बताने को, पर सुना नही पाये तुमसे हम अपने अफ़साने को, नजरें भी ना मिला पाये तुमसे तो हम, " रीना  " कहे दिल की बात तो इक तरफ रही सुनाने को।

नज़रअंदाज

सोचते थे कि हम भी नजरअंदाज करेगे उसको उसी की तरह , पर "रीना" हीं कर सकते यह जुल्म क्योंकि इसका दर्द हम जानते हैं ।

बेवफाई

" बेवफाई " तेरी बेवफाई से वाकिफ़ ना थे हम,  वरना यूँ तुमसे दिल लगाने की गुस्ताखी ना करते ।

प्यार

 साल बदल गया तो क्या हुआ, वही तुम और वही हम है , वही " रीना " का प्यार तुम्हारे लिए ।

कदर

  कुछ इस कदर अच्छा लगने लगा है तू हमको , कि अच्छे अच्छे भी भूलने लगे है अब तो "रीना" को।

बिछुड़

ये यादें क्यों नही बिछुड़  जाती ,             "रीना" लोग तो पल में बिछुड़ जाते है ।

खुशबू

  " खुशबू"  कुछ लोग खुशबू की तरह होते है "रीना"  रोज महसूस तो होते है  पर दिखाई नहीं देते।

चाहत

अजीब सी चाहत है इस दिल की भी,  ' रीना ' तुझे देख कर फिर , देखने को जी चाहता है ।

यादें

 भूल जाये पर "रीना"  किसको  तुमको या तुम्हारी यादों को।